इलेक्ट्रिक रेल इंजन जब रफ़्तार में चलता है, तो रेल लाइन के ऊपर लगी बिजली देने वाली तार घर्षण से टूट क्यों नहीं जाती? पहली बात - रफ़्तार या स्पीड से कोई बल उत्पन्न नहीं होता है . बिजली - OHE ( ओवरहेड उपस्कर ) सी ग्रहण करने वाला पैंटोग्राफ अगर 300 किलोमीटर/घंटा की स्पीड से स्थिरता के साथ चले और ऊपर बिजली का तार लगातार पैंटोग्राफ के समान्तर रहे तो बिजली के तार पर - भौतिकी के नियम के अनुसार कोई भी बल नहीं लगेगा . घर्षण का असर बस इतना होता है कि , पैंटोग्राफ - ज्यादातर घिसेगा और ऊपर बिजली का तार अत्यल्प , नाममात्र को ही घिसेगा . लेकिन इससे तार को कैसे बचाया जाये , इसके चार उपाय होते हैं , जो चित्रों से स्पष्ट होगा तार को टूटने से बचने के लिए जो चार उपाय किये जाते हैं , वो निम्न है पैंटोग्राफ का तार को छूने वाली सतह को नरम बनाया जाता है , ताकि वह घिसे और तार नहीं पैंटोग्राफ में स्प्रिंग और कंप्रेस्ड हवा का प्रयोग किया जाता है , ताकि पैंटोग्राफ और तार के बीच - पटरी की विषमतायों के बावजूद ज्यादा बल न पैदा हो -और एक रूप बल हमेशा बना रहे और पैंटोग्राफ तमाम उछालों के बाव...