, बीए राजनीति विज्ञान & हिंदी साहित्य, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (2021)
फोन ब्लॉक कराने के लिए सरकार ने एक पोर्टल लॉन्च किया है। यहां जा कर आप खोए या चोरी हुए फोन को ब्लॉक करा सकते हैं। ट्रेस होने पर फोन वापस भी मिल सकता है। डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम ने एक नया पोर्टल लॉन्च किया है। ये ऑनलाइन पोर्टल खोए या चोरी हुए मोबाइल फोन को ट्रैक करने के लिए है। टेलीकॉम मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को इस ऑनलाइन पोर्टल की शुरुआत की है।
नोट - फिलहाल ये दिल्ली और मुंबई के लोगों के लिए ही है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा है, 'ये सिस्टम CDoT यानी सेंटर फॉर डेवेलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स ने तैयार किया है और ये टेलीकॉम डिपार्टमेंट के अंतर्गत आता है। ये पोर्टल दिल्ली पुलिस के साथ मिल कर काम करेगा.' इस पोर्टल को आप () से ऐक्सेस कर सकते हैं। FIR कॉपी के साथ आप यहां अपने चोरी हुए या खोए मोबाइल फोन का IMEI नंबर दर्ज कर सकते हैं। अपने मोबाइल फोन से जुड़ी सभी जानकारियां दर्ज करने के बाद आपको एक रिक्वेस्ट आईडी दी जाएगी जिससे आप अपने फोन का स्टेटस ट्रैक कर सकते हैं। हालांकि इससे आपका फोन वापस मिल जाएगा इस बात की गारंटी नहीं है।
टेलीकॉम सेक्रेट्री अंशु प्रकाश ने कहा है, 'दिल्ली के टीलकॉम सब्सक्राइबर्स जिनके फोन खो गए या चोरी हो गए हैं वो इस पोर्टल में आज से लॉग इन कर सकते हैं। इस पोर्टल में रजिस्टर कर सकते हैं और यहां पुलिस शिकायत की कॉपी अपलोड करनी होगी। जानकारी के आधार पर उस स्मार्टफोन को ब्लॉक कर दिया जाएगा। अगर कोई इसे यूज करते है तो उसके सिग्नल के आधार पर पुलिस उसे ट्रेस करके मोबाइल रिकवर कर सकती है।
अंशु प्रकाश ने इस पोर्टल के लॉन्च के मौके पर कहा है कि IMEI मोबाइल की युनीक आइडेंटिटी होती है, लेकिन इसके प्रोग्रामेबल होने की वजह से इसकी क्लोनिंग हो सकती है। इस वजह से एक ही EMI वाले सैकड़ों मोबाइल फोन एक साथ काम कर रहे होते हैं। अगर इस तरह IMEI को ब्लॉक किया गया तो दूसरे यूजर्स भी इससे प्रभावित हो सकते हैं। इसलिए इस सॉफ्टवेयर को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि वो उस खास फोन को ब्लॉक कर सके अगर उस फोन की IMEI क्लोन की गई है फिर भी इससे वो फोन ब्लॉक हो जाएगा।
इस पोर्टल से आप अपने खोए या चोरी हुए फोन ब्लॉक करने का रिक्वेस्ट दर्ज कर सकते हैं। CEIR नाम का ये पोर्टल सभी नेटवर्क ऑपरेटर्स के लिए सेंट्रल सिस्टम के तौर पर काम करेगा।
धन्यवाद।
फोन ब्लॉक कराने के लिए सरकार ने एक पोर्टल लॉन्च किया है। यहां जा कर आप खोए या चोरी हुए फोन को ब्लॉक करा सकते हैं। ट्रेस होने पर फोन वापस भी मिल सकता है। डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम ने एक नया पोर्टल लॉन्च किया है। ये ऑनलाइन पोर्टल खोए या चोरी हुए मोबाइल फोन को ट्रैक करने के लिए है। टेलीकॉम मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को इस ऑनलाइन पोर्टल की शुरुआत की है।
नोट - फिलहाल ये दिल्ली और मुंबई के लोगों के लिए ही है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा है, 'ये सिस्टम CDoT यानी सेंटर फॉर डेवेलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स ने तैयार किया है और ये टेलीकॉम डिपार्टमेंट के अंतर्गत आता है। ये पोर्टल दिल्ली पुलिस के साथ मिल कर काम करेगा.' इस पोर्टल को आप () से ऐक्सेस कर सकते हैं। FIR कॉपी के साथ आप यहां अपने चोरी हुए या खोए मोबाइल फोन का IMEI नंबर दर्ज कर सकते हैं। अपने मोबाइल फोन से जुड़ी सभी जानकारियां दर्ज करने के बाद आपको एक रिक्वेस्ट आईडी दी जाएगी जिससे आप अपने फोन का स्टेटस ट्रैक कर सकते हैं। हालांकि इससे आपका फोन वापस मिल जाएगा इस बात की गारंटी नहीं है।
टेलीकॉम सेक्रेट्री अंशु प्रकाश ने कहा है, 'दिल्ली के टीलकॉम सब्सक्राइबर्स जिनके फोन खो गए या चोरी हो गए हैं वो इस पोर्टल में आज से लॉग इन कर सकते हैं। इस पोर्टल में रजिस्टर कर सकते हैं और यहां पुलिस शिकायत की कॉपी अपलोड करनी होगी। जानकारी के आधार पर उस स्मार्टफोन को ब्लॉक कर दिया जाएगा। अगर कोई इसे यूज करते है तो उसके सिग्नल के आधार पर पुलिस उसे ट्रेस करके मोबाइल रिकवर कर सकती है।
अंशु प्रकाश ने इस पोर्टल के लॉन्च के मौके पर कहा है कि IMEI मोबाइल की युनीक आइडेंटिटी होती है, लेकिन इसके प्रोग्रामेबल होने की वजह से इसकी क्लोनिंग हो सकती है। इस वजह से एक ही EMI वाले सैकड़ों मोबाइल फोन एक साथ काम कर रहे होते हैं। अगर इस तरह IMEI को ब्लॉक किया गया तो दूसरे यूजर्स भी इससे प्रभावित हो सकते हैं। इसलिए इस सॉफ्टवेयर को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि वो उस खास फोन को ब्लॉक कर सके अगर उस फोन की IMEI क्लोन की गई है फिर भी इससे वो फोन ब्लॉक हो जाएगा।
इस पोर्टल से आप अपने खोए या चोरी हुए फोन ब्लॉक करने का रिक्वेस्ट दर्ज कर सकते हैं। CEIR नाम का ये पोर्टल सभी नेटवर्क ऑपरेटर्स के लिए सेंट्रल सिस्टम के तौर पर काम करेगा।
धन्यवाद।
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